जिस तरह से मंहगाई बढ़ रही है मैं हमेशा चिंतित रहता था कि मैं अपने बच्चों की पढ़ाई का खर्चा कैसे निकाल पाऊंगा। हमारे बुलंदशहर में मैं अपने बच्चों को नही रखना चाहता हूं। मेरी इच्छा थी कि मेरे बच्चे दिल्ली या किसी अन्य जगह के किसी अच्छे स्कूल में अपनी ग्रेजुऐशन कंपलीट करें। फिलहाल मेने अपने बेटे के लिये चाइल्ड एजुकेशन प्लानिंग की है। जल्दी ही बिटिया के लिये भी प्लानिंग कराउंगा, बस अभी वो थोड़ी बड़ी हो जाए। थैंकयू प्रवीन जी। जो आपने मुझे सही सलाह दी। जिससे अब मैं निश्चिंत होकर रह सकता हूं। मेरे बच्चों का फ्यूचर अब सिक्योर है।
मेरा सपना इंजीनियर बनने का था, जिसके लिये 2010 में AIEEE का एग्जाम भी दिया। सरकारी कॉलेज में सीट नही मिल सकी, और मेरे पिता के पास इतने पैसे नही थे कि प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन दिला पाते। आज में एक स्कूल में बेहद कम वेतन पर प्राइवेट टीचर के रूप में पढ़ा रहा हूं। लेकिन मैं अपने बच्चों के साथ ऐसी सिचुऐशन नही आने दूंगा। प्रवीण जी की सलाह पर मैंने अपने बच्चों के लिये चाइल्ड एजुकेशन प्लानिंग की। जिससे 12 वीं के बाद मेरे दोनों बच्चों को 20—20 लाख रूपये मिलेंगे, जिससे वो अच्छे से अच्छे कॉलेज में पढ़ाई कर पाऐंगे। प्रवीण जी का बहुत—बहुत धन्यवाद
प्रवीण जी द्वारा दी गई चाइल्ड प्लानिंग की सलाह वास्तव में हमारे लिये अनमोल रही है। उनके मार्गदर्शन में हमने अपने बच्चे के भविष्य के लिए एक चाइल्ड एजुकेशन पॉलिसी ली है। प्रवीण जी की प्रोफेशनल नॉलेज और सहयोग से हमें न केवल सही इनवेस्टमेंट आप्शन की पहचान करने में मदद मिली है, बल्कि हमें एजुकेशन की बढ़ती कीमत के लिए भी तैयार रहने में सहायता मिली है। अब मुझे पूरा भरोसा है कि मुझे मेरे अमित को डॉक्टर बनाने के लिये हमें कोई पैसों की दिक्कत नही आयेगी।